🤩 पटना: NDA की प्रचंड जीत का जश्न, 20 नवंबर को होगी ताजपोशी; सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, 10 लाख लोगों के जुटने का अनुमान
पटना (विशेष संवाददाता) – बिहार के राजनीतिक क्षितिज पर एक और ऐतिहासिक सूर्योदय होने जा रहा है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के सर्वोच्च नेता, नीतीश कुमार, गुरुवार, 20 नवंबर 2025 को दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह अभूतपूर्व घटना राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होगी, जहाँ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की प्रचंड जीत का जश्न मनाने और अपने लोकप्रिय नेता को शपथ लेते देखने के लिए लाखों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है।
🔥 202 सीटों की ऐतिहासिक विजय और राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति
हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में NDA ने 243 सीटों वाली विधानसभा में 202 सीटों पर विजय प्राप्त करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस ‘प्रचंड बहुमत’ ने न केवल बिहार की जनता का अटूट विश्वास NDA में व्यक्त किया है, बल्कि इसने राष्ट्रीय स्तर पर भी गठबंधन की ताकत को मजबूती दी है।
इस ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह को और भी गरिमापूर्ण बनाने के लिए देश की राजनीति के कई शीर्ष चेहरे पटना पहुँच चुके हैं। समारोह में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान समेत NDA प्रशासित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों का एक विशाल समूह उपस्थित रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी का आगमन बिहार की राजनीति में NDA के महत्व को स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है।
✨ ‘दुल्हन की तरह’ सज़ा गांधी मैदान: उत्साह और आस्था का संगम
गांधी मैदान को ‘दुल्हन की तरह’ सजाया गया है। रंग-बिरंगी रोशनी, विशाल पंडाल और NDA के नेताओं के कट-आउट्स (Cut-outs) पूरे मैदान को एक उत्सव का रूप दे रहे हैं। पटना का कण-कण NDA की इस ऐतिहासिक जीत का गवाह बनने को बेताब है।
हवाई अड्डे से लेकर गांधी मैदान तक, पूरे 10 किलोमीटर के मार्ग को फूलों और तोरणद्वारों से सजाया गया है। मार्ग के दोनों ओर, दूर-दराज के गाँवों और शहरों से आए उत्साहित समर्थक अपने नेता की एक झलक पाने के लिए घंटों से खड़े हैं। ‘जय श्री राम’, ‘नीतीश कुमार जिंदाबाद’, और ‘NDA सरकार’ के गगनभेदी नारों से पूरा वातावरण गूंज रहा है।
अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था:
एक अनुमान के मुताबिक, समारोह में लगभग 10 लाख से अधिक लोगों के जुटने की संभावना है। इसे देखते हुए, पटना में सुरक्षा व्यवस्था को ‘चरम स्तर’ पर पहुँचा दिया गया है। हवाई अड्डे से लेकर मुख्यमंत्री आवास और गांधी मैदान तक, हज़ारों की संख्या में पुलिस बल, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और पैरा-मिलिट्री के जवानों को तैनात किया गया है। पूरे क्षेत्र को ‘नो-फ्लाई ज़ोन’ घोषित किया गया है, और ड्रोन कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने हर कोने में कड़ी चेकिंग (Checking) शुरू कर दी है, ताकि प्रधानमंत्री समेत सभी अति-विशिष्ट व्यक्तियों (VVIPs) की सुरक्षा में कोई चूक न हो।
🤝 मंत्रिमंडल का स्वरूप: दो उपमुख्यमंत्रियों की शपथ की संभावना
राजनीतिक गलियारों में इस बात की ज़ोरदार चर्चा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कम से कम दो उपमुख्यमंत्री भी शपथ ले सकते हैं। इनमें से एक उपमुख्यमंत्री BJP कोटे से और संभवतः एक JDU कोटे से हो सकता है।
BJP कोटे से उपमुख्यमंत्री: माना जा रहा है कि यह पद किसी वरिष्ठ नेता को दिया जाएगा, जो प्रशासनिक अनुभव और पार्टी के जनाधार दोनों को संतुलित कर सके।
मंत्रिमंडल का विस्तार: कुल 36 मंत्रियों की संख्या वाले इस मंत्रिमंडल में युवाओं और अनुभवी चेहरों का समावेश देखने को मिलेगा। चिराग पासवान की पार्टी को भी उनके प्रदर्शन के अनुरूप पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिलने की उम्मीद है, जिससे मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों का बेहतरीन संतुलन स्थापित हो सके।
🛣️ नए कार्यकाल की चुनौतियाँ और प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह दसवाँ कार्यकाल कई मायनों में ‘मील का पत्थर’ साबित होने की उम्मीद है। NDA ने अपने चुनाव घोषणापत्र में ‘विकसित बिहार @ 2035’ का रोडमैप प्रस्तुत किया था, जिस पर अब तेज़ी से काम शुरू होने की उम्मीद है।
शीर्ष प्राथमिकताएँ:
रोज़गार सृजन: 20 लाख सरकारी और निजी रोज़गार देने का लक्ष्य।
आधारभूत संरचना: सड़कों, पुलों और ग्रामीण संपर्क में सुधार।
शिक्षा और स्वास्थ्य: हर ज़िले में एक विशेष स्वास्थ्य केंद्र और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार।
कानून व्यवस्था: राज्य में ‘सुशासन’ को और अधिक मजबूत करना।
कृषि विकास: किसानों की आय दोगुनी करने के लिए नई नीतियों का क्रियान्वयन।
🗳️ जीत का श्रेय: मोदी के नेतृत्व और नीतीश की ‘सुशासन बाबू’ छवि
NDA की इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय अपील और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘सुशासन बाबू’ वाली छवि को संयुक्त रूप से दिया जा रहा है। दोनों नेताओं ने अपनी चुनावी रैलियों में ‘बिहार के लिए डबल इंजन की सरकार’ के महत्व पर ज़ोर दिया, जिसे जनता ने पूरी तरह स्वीकार किया।
BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पटना पहुँचकर कहा, “यह जीत बिहार की जनता के उस संकल्प की जीत है, जिसमें उन्होंने विकास, सुशासन और सुरक्षा को चुना है। NDA का यह गठबंधन अब बिहार को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में काम करेगा।”
प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति स्पष्ट संदेश दे रही है कि केंद्र सरकार बिहार के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। यह शपथ ग्रहण समारोह मात्र एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार के स्वर्णिम भविष्य की नींव रखने का एक भव्य महोत्सव है।
🌅 आज की रात पटना में डेरा: कल की सुनहरी सुबह का इंतज़ार
समर्थकों के लिए यह रात एक त्योहार की रात है। कई लोग सड़कों पर ही, भजन-कीर्तन और लोक गीतों के साथ रात बिताने की तैयारी में हैं, ताकि वे सुबह सबसे पहले अपने प्रिय नेता को शपथ लेते देख सकें।
बिहार का यह ऐतिहासिक पल, नीतीश कुमार को देश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले नेताओं की सूची में एक विशिष्ट स्थान प्रदान करेगा। यह शपथ ग्रहण समारोह न केवल NDA की जीत का उत्सव है, बल्कि एक ऐसे बिहार के निर्माण का संकल्प है, जो आने वाले दशकों में प्रगति और समृद्धि का प्रतीक बनेगा।
