गोविंदपुर (धनबाद):
झारखंड के रजत स्थापना दिवस के अवसर पर गोविंदपुर प्रखंड कार्यालय के सभागार में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम झारखंड राज्य के गौरवशाली 25 वर्षों की विकास यात्रा को समर्पित था। कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) गोविंदपुर, अंचल अधिकारी (CO) गोविंदपुर, प्रमुख गोविंदपुर, विभिन्न विभागों के अधिकारी, रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, समाजसेवी एवं क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। दीप प्रज्वलन के पश्चात उपस्थित अतिथियों ने झारखंड राज्य के विकास, उसकी उपलब्धियों और भविष्य की दिशा पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार अशोक गिरी ने किया, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को सहज और प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया।
झारखंड की उपलब्धियों पर हुई चर्चा
इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने झारखंड राज्य के गठन के बाद से हुए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य ने कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहा कि “झारखंड प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध है, लेकिन असली शक्ति यहां के परिश्रमी लोगों में है। राज्य तभी सशक्त बनेगा जब हर नागरिक अपनी भूमिका को जिम्मेदारी से निभाएगा।”
अंचल अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि रजत स्थापना दिवस केवल उत्सव का नहीं, बल्कि आत्ममंथन का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचाना ही हमारा संकल्प है।
प्रमुख गोविंदपुर ने कहा कि राज्य के निर्माण के पीछे जिस भावना का जन्म हुआ था — “अपनी पहचान, अपना अधिकार” — उसे साकार करने के लिए गांव-गांव तक विकास की रोशनी पहुंचाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि झारखंड की आत्मा गांवों में बसती है और ग्रामीण विकास ही झारखंड की असली ताकत है।
मनरेगा से बदली कई की जिंदगी
कार्यक्रम में चलचित्र (डॉक्यूमेंट्री फिल्म) के माध्यम से मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के अंतर्गत लाभान्वित लोगों की सफलता की कहानियाँ प्रस्तुत की गईं। चलचित्र में दिखाया गया कि किस प्रकार मनरेगा के माध्यम से ग्रामीणों को न केवल रोजगार मिला, बल्कि उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाया।
इस अवसर पर मनरेगा के माध्यम से बेहतर कार्य करने वाले लाभार्थियों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया। उन्हें प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। उपस्थित लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया।
बेहतरीन कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मान
कार्यक्रम के दौरान प्रखंड स्तर पर विभिन्न विभागों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों को भी सम्मानित किया गया। इन कर्मियों में वे लोग शामिल थे जिन्होंने सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर सफल बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि “सरकारी कर्मचारी यदि जनसेवक के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाएं, तो कोई भी योजना असफल नहीं हो सकती।”
राज्य निर्माण की भावना को मजबूत करने का संकल्प
सभा में उपस्थित सभी अधिकारियों, कर्मियों, रोजगार सेवकों, पंचायत सचिवों एवं समाजसेवियों ने एक स्वर में झारखंड को मजबूत बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने यह शपथ ली कि राज्य के विकास और जनहित के लिए वे निरंतर कार्य करेंगे तथा भ्रष्टाचार, भेदभाव और अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाएंगे।
वरिष्ठ पत्रकार अशोक गिरी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि झारखंड जैसे राज्य की सफलता का मापदंड केवल बड़े-बड़े प्रोजेक्ट नहीं हैं, बल्कि यह है कि गांव के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचा या नहीं। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी और पारदर्शिता से ही राज्य सशक्त बन सकता है।
जनता से जुड़ने का निवेदन
कार्यक्रम के अंत में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने आम नागरिकों से अपील की कि वे शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए स्वयं आगे आएं। उन्होंने कहा, “सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाएँ तभी सफल होंगी जब जनता उनमें सक्रिय रूप से भाग लेगी। प्रखंड कार्यालय जनता के लिए हमेशा खुला है, आमजन अपनी समस्याएँ और सुझाव सीधे कार्यालय में आकर रख सकते हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि प्रखंड प्रशासन निरंतर प्रयासरत है कि प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक योजनाओं का लाभ पहुंचे — चाहे वह मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, या राज्य सरकार की अन्य विकासपरक योजनाएँ हों।
उत्साह और संस्कृति का संगम
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। झारखंड की लोकसंस्कृति को दर्शाते गीतों और नृत्यों ने सभागार में ऊर्जा और उल्लास भर दिया। “जोहार झारखंड” के नारों से पूरा सभागार गूंज उठा।
अंत में प्रमुख गोविंदपुर ने सभी अतिथियों, कर्मियों, पत्रकारों और समाजसेवियों को धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड की रजत यात्रा हम सभी के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। आने वाले 25 वर्ष राज्य के लिए स्वर्णिम युग साबित होंगे, यदि हम सब मिलकर ईमानदारी और समर्पण से काम करें।
कार्यक्रम की सफलता में प्रखंड कार्यालय के समस्त कर्मचारियों, पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय पत्रकारों का विशेष सहयोग रहा।
