खेल शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक: डॉ. प्रवीण सिंह
आज आर.एस. मोर महाविद्यालय के विवेकानंद सभागार में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन कर मेजर ध्यानचंद को याद किया गया।
महा विद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रवीण सिंह सहित सभी शिक्षकों द्वारा मेजर ध्यानचंद के तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मतिथि के अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रीय खेल दिवस पर महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में प्राचार्य डॉ. प्रवीण सिंह ने कहा भारतीय हॉकी के करिश्माई खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती होती है, ऐसे में उन्हें याद कर सम्मान देने और श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उनके जन्मदिन 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस घोषित किया गया है।
खेल शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अति आवश्यक है।
इस अवसर पर इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक ने अपने वक्तव्य में कहा कि ,भारतीय हॉकी के सितारे ध्यानचंद ने ओलंपिक खेलों में, 1928, 1932 और 1936 में लगातार भारत के लिए तीन स्वर्ण पदक जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका जीवन काल 1926 से 1948 तक रहा। उन्होंने185 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और इस अवधि के दौरान 400 से अधिक गोल दागे। हॉकी के ऐसे महान जादूगर के याद में उनके जन्मतिथि को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाना उनको सच्ची श्रद्धांजलि है।