धनबाद कोयला नगरी के नाम से जाना जाता है। इसी कोयले की राजधानी भी कही जाती है यहां का कोयला आसपास के राज्यों को प्रकाशित कर रहा है, औद्योगिक बना रहा है।

जब आप धनबाद में रह रहे लोगों की स्थिति पर नज़र डालेंगे तो बाहर के चमक दमक से बिल्कुल अलग नजर आएगी।
आप सोच रहे होंगे, मैं प्रदूषण पर बात करने वाला? परंतु आज मैं उससे कहीं बड़े खतरे की ओर इशारा करने जा रहा हूं।
जी हां यह खतरा है अवैध कोयला उठाव से होने वला दुर्घटना का।
धनबाद के छाताबाद-भट्टमुरना सड़क के नीचे से जिस तरह लगातार अवैध रूप से कोयला निकाला जा रहा है, आने वाले समय में कभी भी यहां बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
कतरास पुलिस लगातार यहां गस्त करती है,  इसके बाद भी प्रतिदिन यहां से चार से पांच ट्रक कोयला निकाल कर धनबाद के अलग-अलग भागों में भेजा जाता है ,और पुलिस को यह नजर नहीं आती!

बीसीसीएल गोविंदपुर क्षेत्र संख्या 3 के न्यू आकाश किनारी कोलियरी अंतर्गत छाता बाद में संचालित एसजी डेको आउटसोर्सिंग के ठीक बगल में अवैध मुहाना बनाकर कोयला निकाला जाता है।
झारखंड पुलिस एवं सीआईएसफ अवैध कोयला उठाव रोकने में नाकाम साबित हो रही है!
यही स्थिति भूली 11 नंबर क्वार्टर के अलावा सीएचपी तीन तल्ला बिल्डिंग के पास की है, जहां बिहार एवं बंगाल से मजदूर बुलाकर चार से पांच ट्रक कोयला प्रतिदिन निकाला जा रहा है।

स्थानीय भय के माहौल में जीवन-यापन कर रहे हैं, अवैध उत्खनन से कभी भी सड़क या घर जमीन डोज हो सकता है।

स्थानीयों ने इसकी सूचना पुलिस को दिए, पुलिस ने संज्ञा नहीं लिया तो इसकी सूचना जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरजू राय को समाजसेवी विजय झा एवं कांग्रेस नेता अशोक लाल ने दिया। इस मुहाने के देखने सभी लोग पहुंचे। पुलिस को इसकी सूचना दी गई ।उससमय तो इस मुहाने को बंद कर दिया गया परंतु फिर से  मुहाने को खोलकर भायमुक्त होकर माफिया उत्खनन कर रहा है।
माफिया का आतंक इतना है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी खुलकर सामने आने से डरते हैं।
वरिय पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दन के सख्त निर्देश के बावजूद यहां कोयला तस्करी लगातार जारी है.. आश्चर्य!

 

By Manish Jha

MANISH JHA EDITOR OF NEWS 69 BHARAT

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *