लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड में हेमंत सोरेन परिवार को बड़ झटका लगा है। मामला दिशोम गुरु शीबू सोरेन से जुड़ा है। अगस्त 2020 में गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे की शिकायत पर आय से अधिक संपत्ति मामले में शीबू सोरेन के खिलाफ मुक़दमा दर्ज़ किया गया था। जिसमे उन्होंने आरोप लगाया था कि शिबू सोरेन ने केन्द्रीय कोयला मंत्री रहते हुए सरकारी खजाने का दुरूपयोग करके अपने और अपने परिवार जनों और करीबी रिश्तेदारो के नाम काफ़ी बेनामी संपत्ति अर्जित की है, जिसकी लोकपाल जांच होनी चाहिए। जिसकी सुनवाई के जवाब में दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने अंतिम सुनवाई 22 सितंबर 2023 को फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिस पर शिबू सोरेन के अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मामला रद्द करने की शिफारिश की थी। 22 जनवरी को दिल्ली हाई कोर्ट ने मामले को स्वीकार किया है और इससे सीबीआई जांच का रास्ता साफ हो गया है। अब सीबीआई कभी भी इस मामले को लेकर शिबू सोरेन और उनके परिवार को पुछताछ के लिए तलब कर सकती है। जिस मामले को लेकर आज रांची के भाजपा कार्यालय में पुर्व मुख्य्मंत्री और भाजपा प्रदेष अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी ने प्रेस वार्ता करके जेएमएम और शिबू सोरेन पर हमला बोला है।