धनबाद में अवैध लॉटरी का बड़ा भंडाफोड़, पुलिस ने जंगलपुर गांव से बरामद किया भारी मात्रा में सामग्री
— गोविंदपुर थाना क्षेत्र में छापेमारी, चार आरोपी गिरफ्तार; कई आधुनिक उपकरण जब्त
धनबाद, 6 नवंबर 2025
धनबाद पुलिस ने कल देर रात गोविंदपुर थाना क्षेत्र के जंगलपुर गांव में एक बड़े अभियान के दौरान अवैध लॉटरी संचालन के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने भारी मात्रा में लॉटरी से जुड़ी सामग्री, आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नगदी बरामद की है। साथ ही इस अवैध कारोबार में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह लंबे समय से इलाके में गुपचुप तरीके से लॉटरी का अवैध धंधा चला रहा था।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को कुछ दिनों पहले यह सूचना मिली थी कि गोविंदपुर थाना क्षेत्र के जंगलपुर गांव में कुछ लोग अवैध लॉटरी का कारोबार कर रहे हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने गोविंदपुर थाना प्रभारी को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद इंस्पेक्टर विष्णु प्रसाद राउत के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें थाना क्षेत्र के कई पुलिसकर्मी शामिल थे।
पुलिस टीम ने गुप्त रूप से इलाके की निगरानी शुरू की और बुधवार एबीसी को सटीक सूचना मिलने पर छापेमारी की योजना तैयार की। देर रात छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके पर चार व्यक्तियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया, जो कंप्यूटर और प्रिंटर के माध्यम से लॉटरी के टिकट तैयार कर रहे थे।
आधुनिक उपकरणों से चल रहा था अवैध कारोबार
पुलिस ने घटनास्थल से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं जिनमें प्रिंटर, लैपटॉप, पेपर कटिंग मशीन, मोबाइल फोन, रजिस्टर और कई पर्चियां शामिल हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी इन उपकरणों की मदद से नकली लॉटरी टिकट तैयार कर उन्हें आसपास के गांवों और कस्बों में बेचते थे। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि इन लॉटरी टिकटों के माध्यम से लोगों से मोटी रकम वसूली जाती थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह ऑनलाइन नेटवर्क के माध्यम से भी लोगों को लॉटरी में निवेश करने का झांसा देता था। कई लोगों को आकर्षक इनाम और मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगा जा रहा था। हालांकि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह के तार राज्य के बाहर के किसी नेटवर्क से जुड़े हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस ने जिन चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान मोहम्मद शाहिद, शाहरुख खान, मोहम्मद अकबर अली और कैसर अंसारी के रूप में की गई है। इसके अलावा मोहम्मद जानू नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपी देवघर जिले के मधुपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि ये सभी आरोपी लंबे समय से धनबाद क्षेत्र में अवैध लॉटरी संचालन में सक्रिय थे। वे स्थानीय युवकों को छोटे-छोटे कमीशन पर अपने नेटवर्क से जोड़कर टिकट बेचवाते थे।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह बिहार और झारखंड के कई जिलों में अपना नेटवर्क फैला चुका था। ये लोग लॉटरी टिकटों की बिक्री के नाम पर ठगी करते थे और कई बार नकली लॉटरी नंबर के जरिए लोगों को धोखा देते थे।
पुलिस ने उनके कब्जे से कई बहीखाते, नकद राशि और मोबाइल चैट रिकॉर्ड भी बरामद किए हैं जिनके माध्यम से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि गिरोह के अन्य सदस्य कौन हैं और कहां-कहां से यह कारोबार संचालित हो रहा था।
स्थानीय स्तर पर बड़ा नेटवर्क
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह स्थानीय स्तर पर कई लोगों को अपने साथ जोड़कर काम कर रहा था। जंगलपुर गांव में जिस मकान से छापेमारी हुई, वह किराए का बताया जा रहा है। मकान मालिक से भी पूछताछ की जा रही है कि क्या उन्हें इस अवैध गतिविधि की जानकारी थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से उक्त मकान में देर रात तक कुछ लोग कंप्यूटर और मशीनों पर काम करते नजर आते थे, लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि वहां अवैध लॉटरी का खेल चल रहा है।
एसएसपी ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी
धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि अवैध लॉटरी और जुए से संबंधित गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे नेटवर्क समाज के लिए घातक हैं और आम जनता के साथ धोखाधड़ी करते हैं।
एसएसपी ने लोगों से अपील की कि यदि उन्हें अपने क्षेत्र में इस तरह की कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। उन्होंने कहा, “हम लोगों की मदद से ही ऐसे अपराधों पर रोक लगा सकते हैं।”
आगे की जांच जारी
पुलिस ने गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बरामद उपकरणों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि यह पता चल सके कि इनसे कितनी मात्रा में लॉटरी टिकट तैयार किए गए और किन-किन जगहों पर उनकी बिक्री हुई।
साथ ही पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस रैकेट के पीछे कोई बड़ा गिरोह या मुख्य संचालक तो नहीं है। धनबाद पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।
स्थानीय लोगों में हड़कंप
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद जंगलपुर और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह का अवैध धंधा समाज को बर्बादी की ओर ले जाता है। कई युवाओं को लॉटरी के लालच में फंसाया जा रहा था और वे आर्थिक नुकसान झेल रहे थे।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है और कहा कि इस तरह के अभियानों से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
—
निष्कर्षतः, धनबाद पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रशासन अवैध गतिविधियों को लेकर सजग है। जंगलपुर गांव में हुआ यह खुलासा सिर्फ एक गांव या जिले की समस्या नहीं, बल्कि यह बताता है कि कैसे आधुनिक तकनीक का दुरुपयोग कर लोग अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रहे हैं। अब देखना यह है कि आगे की जांच में पुलिस किन नए चेहरों को उजागर करती है और इस अवैध नेटवर्क की जड़ें कितनी गहरी हैं।
